परिवर्तन टुडे चन्दौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। बिगत दिनों से लगातार पहाड़ी क्षेत्रां बारिश व बादल फटने की जैसी घटनाओं से गंगा के जल स्तर में बृद्धि होने लगी। बिगत तीन दिनों के अन्दर गंगा का जलस्तर लगभग 1मीटर बढ़ने से महुअरी खास, डेरवा, बलुआ, चकरा, महुअरकला, पूरा के बिजई, गणेश के पूरा सहित समस्त गंगा तटवर्ती गांवों के आस-पास बालू के रेत डूबने से लोगों के माथे पर चिन्ता की लकीरे दिखने लगी है।
इस प्रकार बरसात के प्रथम माह में ही गंगा का जलस्तर में तेजी से बृद्धि होने से गंगा के किनारे बसे लोगों में पुनः भय सताने लगा है उनके समक्ष भोजन तथा पशुओं के चारे वगैरह अन्य समस्याओं का दंश झलकने लगा और लोग अपने-अपने बचाव की मुद्रा में सचेत होने लगे है। शासन के लाख प्रयास के बाद भी प्रशासन की निद्रा भंग नही हुयी बाढ़ से बचाव और कटान को लेकर कार्य शुरू किया गया परन्तु वह भी बिलम्ब से समय रहते बाढ़ के कटान की व्यवस्था की गयी होती तो सैदपुर, तिरगावां, मुहम्मदपुर, सरौली, टाण्डॉकला, बड़गॉवा, हसनपुर सहित दर्जनों गंगा के तटवती इलाकों में बाढ़ के कटान से बचाया जा सकता था।
वही ग्रामीणां ने सर्प दंश से बचाव को लेकर सरकार से दवाये की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता की मांग की है ताकि बाढ़ के दिनों क्षेत्र में ज्यादातर सर्प दंश से लोगों को दो चार होना पड़ता है और साथ जान गवानी पड़ती है।