spot_img
29.8 C
Varanasi
Monday, July 14, 2025
spot_img
spot_img

एसडीएम पिंडरा के तानाशाही पर डीएम ने लगाई नकेल, कार्रवाई तय !

spot_img
जरुर पढ़े
रजनी कांत पाण्डेय
रजनी कांत पाण्डेय
मैं रजनीकांत पाण्डेय पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ इस दौरान कई राष्ट्रिय समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त ख़बरों के डिजिटल माध्यम को चुना है,मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की खबरों को प्रमुखता से उठाना है एवं न्याय दिलाना है जिसमे आपका सहयोग प्रार्थनीय है.

डीएम ने अधिवक्ताओं की नौ मागे मानी, पंद्रह दिवस में सुधार नहीं तो एसडीएम पिंडरा का होगा तबादला

एसडीएम के बगैर तबादले आंदोलन वापस होगा या नहीं संशय बरकरार,अधिवक्ता करेंगे बैठक

वाराणसी। एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह की तानाशाही को लेकर तहसील बार एसोसिएशन पिंडरा के अध्यक्ष कृपा शंकर पटेल व महामंत्री सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में लगभग महीने भर से आंदोलन कर रहे अधिवक्ताओं को अंततः सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से न्याय मिल ही गया। जिलाधिकारी ने अधिवक्ताओं की नौ मांगों को मान लिया और अधिवक्ताओं को आश्वस्त किया कि 15 दिवस के अंदर यदि एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह अपने कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करती हैं तो उनका तबादला कर दिया जाएगा।

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने एसडीएम प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह के कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन को जिम्मेदारी सौंपी है।

अपर जिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह उपरोक्त अधिकारियों के कार्य प्रणाली की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे। पिंडरा तहसील के अधिवक्ता मंगलवार को एक बैठक करेंगे। बैठक में तय किया जाएगा कि अधिवक्ताओं का आंदोलन समाप्त होगा या एसडीएम व न्यायिक एसडीएम के तबादले तक जारी रहेगा।

तहसील बार एसोसिएशन पिंडरा के अध्यक्ष कृपा शंकर पटेल व महामंत्री सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से पिंडरा तहसील के सभागार में मुलाकात कर उन्हें दस सूत्रीय मांग पत्र सोपा गया। जिसमें जिलाधिकारी ने नौ मांगों को तत्काल मान लिया और दसवीं मांग जो एसडीएम व न्यायिक एसडीएम को तत्काल हटाने की थी उस पर उन्होंने 15 दिन का समय मांगा है। बतौर बार अध्यक्ष कृपा शंकर पटेल व महामंत्री सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी ने जो नौ मांगों को माना है उसमें क्रमशः धारा 24 की पत्रावली में राजस्व निरीक्षक का बयान अनिवार्य होगा। धारा 116 की पत्रावली में बिना बाद बिंदु के निस्तारण नहीं होगा।,167 पत्रावलियों को जिलाधिकारी ने जो जिले पर मंगवाया था उसे पुनः पिंडरा तहसील वापस किया जाएगा। धारा 67 क के पत्रावलियों का जल्द से जल्द निस्तारण होगा। धारा 32/38 की पत्रावली में लेखपाल व कानूनगो बैठक कर रिपोर्ट लेगे और उसका त्वरित निस्तारण करेंगे। धारा 38 (6) को पुनः लागू किया जाएगा।

अधिवक्ताओं के आंदोलन दौरान जिन पत्रावलियों का निस्तारण हुआ है उसे पुनः रिस्टोर किया जाएगा। अपर जिला अधिकारी के सुपरविजन में एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह के कार्यों की समीक्षा होगी। धारा 24 की पैमाइश 15 दिवस के अंदर होगी,जिसमें राजस्व टीम में नायब तहसीलदार की मौजूदगी होगी। एसडीएम प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह का कार्य संतोषजनक नहीं मिला तो 15 दिवस के अंदर उन्हें हटा दिया जाएगा। जानले कि एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा व न्यायिक एसडीएम प्रज्ञा सिंह की तानाशाही इस कदर थी कि नियम कानून को बलाए ताक पर रखकर मनमानी तरीके से मुकदमों का निस्तारण कर देती थी। इसीलिए तो उन्हें सोमवार को जिलाधिकारी के समक्ष मुंहकी खानी पड़ी और उनके तानाशाही एवं मनमानी पर जिलाधिकारी ने नकेल लगा दिया।

spot_img
spot_img
लेटेस्ट पोस्ट

स्वंय भू कॉलेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक दर्शन पूजन को लेकर तैयारी पूरी

परिवर्तन टुडे चन्दौली सकलडीहा। सावन माह का पहला सोमवार को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से चतुर्भुजपुर...

ख़बरें यह भी

error: Content is protected !!
Enable Notifications OK No thanks