परिवर्तन टुडे चन्दौली
सकलडीहा। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सभी बहनों ने अपनी भाइयों की कलाइयों पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। वही भाइयों पर अपना प्यार और दुलार लुटाया इसके उपलक्ष्य में भाइयों द्वारा भी बहनों को अथाह प्रेम देते हुए बहनों को उपहार दिया गया। वहीं उन्हें किसी भी समय आवश्यकता पड़ने पर पूरी सुरक्षा का भरोसा दिया। इस भाई-बहन के प्रेम को देखकर ऐसा लगा जैसे मानो पूरी दुनिया इन्हीं कच्चे धागे से बंधी पड़ी है।

वही किसान मजदूर संयुक्त यूनियन वाराणसी मंडल अध्यक्ष पिंटू पाल ने अपनी बहन के हाथों अपनी कलाइयों पर रक्षा सूत्र बधवाया और शुभकामनाएं दी। कहा कि हम आपकी सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आपसी विश्वास, सम्मान और स्नेह का प्रतीक है।
भारतीय धर्म-संस्कृति के अनुसार रक्षाबन्धन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह यह भाई बहन की अटूट प्रेम का त्योहार है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बाँधती है, जिसे राखी कहते हैं। यह एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बाँधता है।