परिवर्तन टुडे चन्दौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के निर्देशानुसार तहसील प्रशासन ने उपजिलाधिकारी कुन्दन राज के नेतृत्व मे मार्कडील कर लोगों को जागरूक किया। उपजिलाधिकारी ने बृहस्पतिवार को पूरी टीम के साथ बलुआ घाट पर पहुचकर गंगा नदी में बाढ़ डूबते हुए लोगों को बचाने, बाढ़ में बहते हुए लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुचा कर उनका दवा इलाज आदि मार्कडील करते हुए लोगो को जागरूक किया। वही मवेशियो को समुचित चारा, पानी, दवा इलाज हेतु कैम्प लगाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक घरों तक दवा इत्यादि के वितरण का कार्यक्रम किया गया।

उपजिलाधिकारी न लोगो को जागरूक करते हुए कि जब आप घर के भीतर हों तो बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। खिडकियां व दरवाजे बंद कर दें बरामदे और छत से दूर रहें। इसके अलावा ऐसी वस्तुएं जो बिजली के सुचालक हैं उनसे भी दूर रहना चाहिए। धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाश बेसिन आदि के संपर्क से दूर रहना चाहिए। आकाशीय बिजली से बचने के लिए, खुले स्थानों, पेड़ों, और पानी से दूर रहना चाहिए। सुरक्षित आश्रय में जाना, बिजली के उपकरणों से दूर रहना, और धातु की वस्तुओं से बचना महत्वपूर्ण है। यदि आप खुले में हैं, तो तुरंत किसी मजबूत इमारत या वाहन में चले जाएं। पेड़ों, बिजली के खंभों, पानी, और धातु की वस्तुओं से दूर रहें। बिजली के उपकरणों, तारों, और पानी के पाइपों से दूर रहें। खिड़कियां और दरवाजे बंद करें। यदि आप यात्रा कर रहे हैं, तो कार या बस में रहें। खुली छत वाली गाड़ियों से बचें। बिजली चमकने और गरजने के बीच के समय को गिनें, ताकि आपको पता चल सके कि तूफान कितना करीब है।
प्राथमिक चिकित्सा-
यदि किसी को बिजली का झटका लगता है, तो तुरंत प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करें और आपातकालीन सेवाओं को बुलाएं। धैर्य रखें बिजली चमकने और गरजने के बाद भी, तुरंत बाहर न निकलें। कुछ देर इंतजार करें। पहाड़ी क्षेत्रों और ऊँची इमारतों से दूर रहें। समूह में न खड़े होंवे, यदि आप खुले में हैं, तो एक साथ समूह में खड़े होने के बजाय अलग-अलग खड़े हों। बिजली से बचने के लिए, हमेशा सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। दोनो पैरों को आपस में सटा लें, दोनो हाथों को घुटनों पर रखकर अपने सिर को जमीन के तरफ झुका लें. अपने कान बंद करें और सिर को जमीन से न सटने दें. जमीन पर कभी भी न लेटें।
मार्कडील के दौरान उपजिलाधिकारी कुन्दन राज, तहसीलदार अमीत सिंह, लेखपाल, कानूनगों, एनसीसी टीम, प्रभारी चिकित्साधिकारी चहनियां, पशु चिकित्साधिकारी चहनियां, एनडीआरएफ टीम, क्षेत्राधिकारी रघुराज प्रताप सिंह, बलुआ थाना प्रभारी व दर्जनों एसआई व सिपाही मौजूद रहे।