परिवर्तन टुडे चन्दौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। नाग पंचमी के अवसर पर विशुपुर और महुआरी खास गांव के बीच वर्षों पुरानी सरफोड़ परंपरा मंगलवार को पारंपरिक रूप से संपन्न हुई। इस अनोखी परंपरा को देखने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण का भारी हुजूम उमड़ा रहा। वही संभावित बवाल को देखते हुए प्रशासन ने मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती कर रखी थी। इस बार पुलिस की सतर्कता के चलते पत्थर बाजी की घटनाएं नहीं हो सकी।

नाग पंचमी की सुबह से ही दोनों गांव में तैयारी शुरू हो गई थी महिलाएं और पुरुष अपने-अपने गांव के मंदिरों में एकत्र हुए पूजा पाठ के बाद महिलाओं द्वारा पारंपरिक कजरी गीत गाए गए वह दोपहर तक चला। शाम 4 बजे के बाद दोनों गांव की महिलाएं व पुरुष नाले के पास निर्धारित स्थल पर एकत्र हुए जहां महिलाओं ने परंपरा के तहत फूहड़ गालियों वाले पारंपरिक गीत गाकर पुरुषों को उसकाया परंपरा के अनुसार इसके बाद आमतौर पर पत्थर बाजी होती है। जो तब तक चलती है जब तक किसी के सर से खून ना निकल जाए, पहले वर्षों में इस दौरान कई लोग घायल हो जाते थे, यहां तक की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी भी इसकी चपेट में आ जाते थे।
हालांकि इस बार क्षेत्राधिकार व बलुआ थाना की सतर्कता से पत्थर बाजी को रोकने में सफलता मिली कुछ युवाओं ने प्रयास जरूर किया लेकिन दोनों ओर से तैनात भारी फोर्स को देखते हुए भाग खड़े हुए।
क्षेत्राधिकार रघुराज व बलुआ थाना इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा स्वयं मौके पर बाहरी पुलिस बल एवं महिला पुलिस बल के साथ मौजूद रहे और पूरे आयोजन को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया।