परिवर्तन टुडे डेस्क
चंदौली। समाजसेवी नीरज अग्रहरि ने मां अख्तरी से बिछड़े पुत्र वसीम उर्फ बाबू को प्रयागराज के दारागंज कोतवाली पहुंचकर मिलवाने का काम किया। इस दौरान मां अपने पुत्र को सकुशल पाकर खुशी से रोने लगी। इससे कुछ समय के लिए माहौल गमगीन हो गया। घर पहुंचने पर ग्रामीणों की काफी भीड़ जुट गई। हर कोई समाजसेवी नीरज अग्रहरि का सराहना कर रहे है।
जनपद के सकलडीहा तहसील क्षेत्र के कमालपुर निवासी स्वर्गीय गुलाम रसूल का तीसरा पुत्र वसीम उर्फ बाबू बीते चार माह पूर्व गोवा में प्राइवेट नौकरी करने गया था। जबकि दो दिनों पूर्व ट्रेन से घर आते समय अराजक तत्वों ने प्रयागराज के समीप युवक को मारपीट कर घायल कर बैग व मोबाइल छीनकर भाग गए। भुक्तभोगी प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर उतरकर संगम तट पर डरा सहमा पड़ा हुआ था। दारागंज प्रयागराज पुलिस ने वसीम को थाने लाकर परिजनों को मामले का जानकारी दिया। युवक की मां अख्तरी द्वारा कहने पर समाजसेवी नीरज अग्रहरि ने प्रयागराज के दारागंज कोतवाल ज्ञानेश्वर मिश्रा से मोबाइल से वार्ताकर युवक को सकुशल रखने की बात रखी। गुरुवार को युवक की मां व पड़ोसियों के साथ प्रयागराज दारागंज कोतवाली पहुंचकर वसीम को सकुशल घर लाया गया। समाजसेवी नीरज अग्रहरि के इस पहल का ग्रामीण खुले कंठ से सराहना कर रहे है।
ग्रामीण मुख्तार अहमद, इबरार अली, कौशर अली, बेचन प्रधान, शाहआलम,राधेश्याम ठठेरा, शंभू बिंद, कंपा, विजय यादव, प्राण माली, सुरेन्द्र उपाध्याय, सेराज अली, अफसार अहमद,तसउवर अली आदि ने कहा कि समाजसेवी नीरज अग्रहरि का काफी सराहनीय कार्य है। एक मां को पुत्र ने मिलवाने का काम काफी सुखद है। ऐसे सामाजिक कार्य की जितनी सराहना किया जाए वह कम है। समाज को ऐसे ही लोगों की जरूरत है। जो सबके सुख दुख में शामिल हो सके। इस मौके पर वसीम की माता अख्तरी, कौशर अली, अमन कुमार मौजूद रहे।



