परिवर्तन टुडे डेस्क
चंदौली। अलीनगर थाना क्षेत्र के सिंघीताली के समीप गुरुवार की दोपहर बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें चार बदमाशों को पैर में गोली लगी। वहीं बदमाशों की गोली से जलीलपुर चौकी प्रभारी अभिषेक शुक्ला, रेलवे चौकी प्रभारी अशोक कुमार भी घायल हो गए। घायल बदमाशों और पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे एसपी आदित्य लांग्हे ने घटना के 48घंटे के अंदर हत्याकांड में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करने पर पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा की।
दो दिन पहले प्रापर्टी डीलर व जिम संचालक अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या की गई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस टीम आरोपितों को गिरफ्तार कर असलहा बरामदगी के लिए जा रही थी। उसी दौरान गुरुवार की दोपहर हाईवे पर फिजिक्स वाला गुरुकुलम स्कूल के समीप अहाते में बदमाशों ने मौका पाकर छिपाया गया असलहा निकालकर मुगलसराय और अलीनगर पुलिस टीम पर फायर झोक दिया। जिसमें बदमाशों की गोली से जलीलपुर और रेलवे चौकी प्रभारी घायल हो गए। दोनों पुलिस कर्मियों के हाथ में गोली लगी है। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश कल्लू, बृजेश, रोहित और काजू पैर में गोली लगने से घायल हो गए। एसपी ने कहा कि पुलिस टीम ने 48घंटे के अंदर हत्याकांड का खुलासा करते हुए बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इसके लिए पुलिस टीम को इनाम दिया जाएगा।
70 लाख का लेन देन हत्या का बना था कारण
मुगलसराय थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर व जिम संचालक अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या के मामले में मुख्य आरोपी श्याम यादव उर्फ कल्लू ने पुलिस गिरफ्त में आने के बाद विवाद की असली वजह बताई है। उसने बताया कि दोनों के बीच 70लाख रुपये के लेन-देन का विवाद चल रहा था, जो अंततः हत्या का कारण बना। पुलिस ने इस मामले में 48घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए श्याम यादव कल्लू समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस से मुठभेड़ भी हुई, जिसमें एक आरोपी घायल हुआ। पुलिस ने आरोपियों के पास से असलहा भी बरामद किया। कल्लू अलीनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। श्याम यादव उर्फ कल्लू और अरविंद यादव पहले जिगरी दोस्त हुआ करते थे और साथ मिलकर प्रॉपर्टी का काम करते थे। दोनों ने चकिया में 11बिस्वा जमीन मिलकर एग्रीमेंट करवाई थी। लेकिन सिकटिया हत्याकांड में कल्लू के जेल चले जाने के बाद अरविंद ने वह जमीन 12लाख रुपये प्रति बिस्वा की दर से बेच दी। कल्लू के अनुसार, जेल से निकलने के बाद उसने अरविंद से 70लाख रुपये के हिसाब की मांग की, लेकिन अरविंद ने पैसे देने से इनकार कर दिया। पहले वह जमानत में खर्च का हवाला देता रहा और बाद में टालमटोल करने लगा। यह विवाद समय के साथ बढ़ता गया और अंततः कल्लू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अरविंद की हत्या कर दी।