एमडी ने दिया जांच और कार्यवाही के आदेश
पत्रकार प्रेस क्लब वाराणसी के जिलाध्यक्ष पवन पांडे तथा जिला सचिव जितेंद्र अग्रहरि से जुड़ा है मामला
परिवर्तन टुडे डेस्क
वाराणसी। बिजली बिल की अनियमितताओं और खामियों पर अब सख्त कार्रवाई की तैयारी है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने हाल ही में सामने आए ऐसे दो मामलों में मातहत अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं। इस ताकीद के साथ कि जांच और कार्रवाई के बाद उन्हें अवगत भी कराएं। ताकि ये तथ्य सामने आएं कि खामियां किस स्तर पर हुईं और जो मुलाजिम दोषी हैं, उन पर क्या एक्शन लिया गया।
एमडी के कड़े रुख से न सिर्फ बिलिंग में खामियों से परेशान उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी बल्कि ऐसी अनियमितताओं पर अंकुश भी लगेगा। हालांकि त्रूटिपूर्ण और फर्जी बिलिंग का मामला कोई नया नहीं है। आए दिन ऐसे मामलों के सामने आने के बावजूद डिविजन स्तर के मुलाजिमों की कार्य प्रणाली में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। अब एमडी के कड़े रुख के बाद जिम्मेदार अधिकारी बचाव का रास्ता तलाशते हैं या फिर खामियों को दुरुस्त कर भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न होने देने का प्रयास करते हैं, यह तो समय बताएगा।
फिलहाल एमडी शंभु कुमार की सख्ती से जिम्मेदार अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिन दोनों मामलों में जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं वे क्रमशः सारनाथ और बरनी उपकेंद्र से जुड़े हैं। बरनी उपकेंद्र से जुड़े मामले में उपभोक्ता ने कनेक्शन काटने की अर्जी दी थी, इसके बावजूद भी कनेक्शन विच्छेद नहीं किया गया। लेकिन अब जब एकमुश्त 84 हजार रुपये का विद्युत बिल आया तो उपभोक्ता के होश उड़ गए। इसी प्रकार, सारनाथ उपकेंद्र से जुड़े प्रकरण में 20 लाख 29 हजार 578 रुपए का बिल भेजा गया और संशोधन के लिए मोटी रकम मांगी गई। मोटी रकम न मिलने पर अधिकारी और उनके बाबू ने जलाकर फिर से गलत संशोधित बिल 3.22.855 रुपए का भेज दिया। इन दोनों ही मामलों की शिकायत पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम पाठक के नेतृत्व में एमडी से की गई थी। एमडी शंभु कुमार ने मुख्य अभियंता ( Technical ) राजेन्द्र प्रसाद को इस बारे में त्वरित पहल के निर्देश दिए थे। संबंधित अधिशासी अभियंता को दिए गए निर्देश में जांच और कार्रवाई कर अवगत कराने को कहा गया है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी के मुख्य अभियंता ( Technical ) राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि एमडी की तरफ से बरनी और सारनाथ उपकेंद्र से जुड़े इन दोनों मामलों में संबंधित अधिशासी अभियंता को जांच और कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही, उनसे जांच और कार्रवाई का ब्यौरा तलब किया गया है। बिलिंग में किसी भी स्तर पर लापरवाही न होने पाए, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। निगम प्रबंधन पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ इसके लिए प्रतिबद्ध है।