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Sunday, October 12, 2025

बरौनी अहमदाबाद ट्रेन से बाम्बे जा रहा 20 वर्षीय युवक की ट्रेन से गिरकर मौत

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रजनी कांत पाण्डेय
रजनी कांत पाण्डेय
मैं रजनीकांत पाण्डेय पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ इस दौरान कई राष्ट्रिय समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त ख़बरों के डिजिटल माध्यम को चुना है,मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की खबरों को प्रमुखता से उठाना है एवं न्याय दिलाना है जिसमे आपका सहयोग प्रार्थनीय है.

परिवर्तन टुडे/चन्दौली
सकलडीहा। कोतवाली क्षेत्र के नोनार तुलसी आश्रम स्टेशन के समीप बुधवार की सुबह 6 बजे बरौनी अहमदाबाद ट्रेन से बाम्बे जा रहा 20 वर्षीय युवक की ट्रेन से गिरकर मौत हो गयी। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस युवक के जेब से मिली आधार कार्ड और मोबाईल से परिजनों को सूचित किया। शाम पांच बजे कोतवाली पहुंचे परिजनों ने युवक की शिनाख्त करने पर पीएम की कार्रवाई में जुट गयी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

बिहार के बैशाली जिला के थाना सहदेई बुर्जुग के विक्रमपुर गांव निवासी स्व.विरजू शाह के दो पुत्र रौशन शाह और रितेश है। 20 वर्षीय रौशन शाह मंगलवार की शाम चार बजे ही घर से निकल गया था। देर रात साढ़े ग्यारह बजे दानापुर से बरौनी अहमदाबाद ट्रेन पकड़कर बाम्बे काम करने के लिये जा रहा था। सुबह तुलसी आश्रम नोनार गांव के समीप अचानक ट्रेन से गिर जाने से उसकी मौत होगयी। सूचना पर क्षेत्रीय दरोगा शिवशंकर यादव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर युवक के जेब से मिली आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से परिजनों से संपर्क का सूचित किया। शाम पांच बजे कोतवाली पहुंचे परिजनों ने युवक का शिनाख्त करने पर पुलिस पीएम की कार्रवाई में जुट गये। वही घटना की जानकारी परिवार को होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। माता किरन देवी भाई रितेश सहित थाने पर पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। इस बाबत कोतवाल हरिनारायण पटेल ने बताया कि युवक की शिनाख्त होने पर पीएम की कार्रवाई होने के बाद शव को परिजनों को सौप दिया जायेगा।

पहली बार बाम्बे कमाने जा रहा था युवक

पिता बिरजू शाह के निधन के बाद बेटा रौशन और रितेश मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। अपनी माता का देखभाल करते थे। पहली बार मुम्बई काम करने के सिलसिले में जा रहा था। माता और भाई मना कर रहे थे। लेकिन परिवार की माली हालत देखते हुए रौशन काम के लिये निकला हुआ था। किसी को क्या पता कि परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट जायेगा। कोतवाली पहुंचे परिजनों का रोते रोते बुरा हाल था।

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